सवणे णाणे य विण्णाणे
उच्च स्तरीय जैन विद्वानों के सर्जन हेतु प्रतिबद्ध
(अन्तर्गत आरूग्गबोहिलाभं)
क्या आप आध्यात्मिक क्षेत्र में एक जैन विद्वान के रूप में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं?
यदि हाँ, तो आइये जुड़िये ‘सवणे णाणे य विण्णाणे’ प्रकल्प से
(सवणे – श्रवण अथवा जानना, णाणे – सम्यक शास्त्रों का ज्ञान, विण्णाणे – विज्ञान अथवा विवेचना पूर्वक ज्ञान)
अर्थात् सम्यक शास्त्रों को श्रवण करके जानना व विवेचना पूर्वक ज्ञान प्राप्त करना)
जो उच्च स्तरीय जैन विद्वानों के सर्जन हेतु प्रतिबद्ध है व आरूग्गबोहिलाभं संस्था द्वारा द्विवर्षीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम हेतु संचालित है।
प्रवेश योग्यता:-
- न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण हो।
- न्यूनतम आयु 15 वर्ष।
- योग्यता को देखते हुए उक्त निर्धारित वय से कम वय के बच्चों को भी संस्था के द्वारा प्रवेश दिया जा सकता है।
विशेष लाभ:-
- प्रशिक्षण के दौरान 5000/- रूपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी।
- प्रशिक्षण के दौरान भोजन व आवास सुविधा प्रदान की जायेगी।
- प्रशिक्षण के दौरान विद्यालयी व महाविद्यालयी शिक्षा संस्था द्वारा निःशुल्क दिलवायी जायेगी।
- द्विवर्षीय प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरान्त, योग्यता परीक्षा व साक्षात्कार उतीर्ण करने के पश्चात् जैन विद्वान का प्रमाण-पत्र (Certificate) प्रदान किया जायेगा।
- जैन विद्वान बनने के पश्चात सुनिश्चित रोजगार
- जैन विद्वान को संस्था द्वारा देश-विदेश में ज्ञान पिपासु श्रावक-श्राविकाओं को नियमित अध्यापन हेतु भेजा जाएगा।
- नियुक्ति के समय न्यूनतम 20000/- रूपये प्रतिमाह वेतन एवं योग्यतानुसार समय-समय पर वेतन वृद्धि।
अधिक जानकारी हेतु सम्पर्क करें –
नीतीश जैन (CEO)
आरूग्गबोहिलाभं, बांठिया बालिका विद्यालय के पास, जवाहर विद्यापीठ के पीछे,
किसमीदेसर, भीनासर, बीकानेर, राज. 334403
फ़ोन नं. 0151-2271008 मो. 9461070033
ई-मेल : nitishjain.abl@gmail.com, ablabham1008@gmail.com